पटना में जलजनित रोगों से बचाव के लिए अब पटना में लोक स्वास्थ्य संस्थान (PHI) ने एक महत्वपूर्ण पहल की है।
अब आप सिर्फ 40 रुपये में अपने पीने के पानी की जांच करवा सकते हैं।
कम खर्च में पानी की जांच पीएमसीएच के पास स्थित पीएचआइ में बोरिंग, सरकारी आपूर्ति, या आरओ के पानी की शुद्धता की जांच मात्र 40 रुपये में कराई जा सकती है।
जांच रिपोर्ट मोबाइल पर भेजी जाएगी और विशेषज्ञ आपको जल उपचार के उपाय भी बताएंगे।
विशेषज्ञों द्वारा सहायता शहरी क्षेत्र में संस्थान के विशेषज्ञ घर जाकर भी जल उपचार में मदद कर सकते हैं।
यदि आपके पास विसंक्रमित बर्तन नहीं है, तो पीएचआइ मुफ्त में देगा। निदेशक डा. एसपी सिंह ने यह जानकारी दी।
अत्याधुनिक लैब में तीन दिनों के भीतर पानी की जांच
आधुनिक लैब में जांच डा. सिंह ने बताया कि पीएचआइ में अत्याधुनिक लैब में तीन दिनों के भीतर पानी की जांच कर रिपोर्ट दी जाती है।
दूषित तत्व पाए जाने पर उपचार के उपाय भी बताए जाते हैं। जांच के लिए 100 मिलीलीटर पानी साफ बोतल में लाना होगा।
भारी धातुओं की जांच प्रदेश में पानी में भारी धातुओं की मात्रा अधिक रहती है, जिसकी जांच के लिए आधुनिक मशीन मंगवाई गई है।
जल्द ही आर्सेनिक, लेड जैसे तत्वों की जांच भी शुरू हो जाएगी।
दूषित जल से होने वाले रोग दूषित पानी से हैजा, टायफायड, हेपेटाइटिस ए या ई, अमीबायसिस, जियार्डियासिस, डायरिया और फ्लोरोसिस जैसे रोग हो सकते हैं।
115 जल जांच प्रयोगशालाएं प्रदेश में हर घर नल जल योजना के तहत शुद्ध पेयजल की गुणवत्ता जांच के लिए 115 प्रयोगशालाएं हैं। 15 जिलास्तरीय प्रयोगशालाओं को एनएबीएल सर्टिफिकेट प्राप्त है।
इनमें 16 मानकों पर पानी की गुणवत्ता जांच होती है।