कृत्रिम गर्भाधान के चलन ने स्वदेसी पशुओं की आनुवंशिकी को अत्यधिक परिवर्तित किया है। इससे दूध की मात्रा में तो वृद्धि हुई है एवं भारत विश्व का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बन गया है, लेकिन इसका दूसरा पक्ष है कि दूध की गुणवत्ता में गिरावट आई है।
भारत ने ऐसी जीनोमिक चिप डेवलप किया है, जो गाय-भैंसों के पिछले सात पुश्तों की आनुवंशिक स्थिति को तुरंत बता देगी। यह चिप आत्मनिर्भर भारत के उदाहरण के साथ-साथ देसी नस्लों की मवेशियों के संरक्षण एवं गो-पालकों की आय बढ़ाने में सहायक होगी। चिप तैयार है, जिसे 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लॉन्च कर सकते हैं।