स्टीव जॉब्स के बारे में तो आपने सुना होगा. अमेरिकी एंटरप्रेन्योर और एप्पल कंपनी के संस्थापक स्टीव जॉब्स का नाम बिजनेस की दुनिया में बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है.
उन्हें पर्सनल कंप्यूटर का अग्रदूत भी कहा जाता है. दुनिया उसकी बुद्धि की दाद देती है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्टीव जॉब्स को बिना नंबर प्लेट वाली गाड़ी चलाने की छूट थी.
वे मर्सिडीज से चलते थे और उस पर कोई नंबर प्लेट नहीं लगाते थे.
लेकिन ना ही उन्हें कभी पुलिस ने पकड़ा और ना ही कभी उनपर कानून तोड़ने का कोई आरोप लगा. वजह जानकर आप भी हैरान होंगे.
ऑनलाइन प्लेटफार्म कोरा पर यही सवाल पूछा गया था, जिसका कई लोगों ने अपने अपने तरह से जवाब दिया.
लेकिन हकीकत क्या है, आइए जानते हैं.
स्टीव जॉब्स कैलिफोर्निया में रहते थे और उनके पास सिल्वर कलर की Mercedes SL55 AMG थी.
ऐसा नहीं था कि वह बहुत बडे आदमी थे, इसलिए उन्हें कार पर नंबर प्लेट न लगाने की छूट थी.
दरअसल, इसके पीछे अमेरिकी कानून में एक लूप होल था. स्टीव चाहते थे कि उन्हें कोई ट्रैक ना कर सके. इस वजह से उन्होंने बिना नंबर प्लेट की गाड़ी का इस्तेमाल करने का सोचा, जिसकी वजह से वह कभी भी ट्रैक न हो सके. इसकी वजह से उन्होंने कानून का यह लूप होल ढूंढ निकाला.
कानून में लूपहोल का फायदा उठाया कैलिफ़ोर्निया व्हीकल लॉ के मुताबिक, कोई भी नया वाहन लेने वालों को 6 महीने तक छूट दी जाती है कि वह बिना नंबर प्लेट लगाए सड़क पर वाहन चला सकता है.
इसी के चलते स्टीव जॉब्स हर 6 महीने में अपनी कार बदल लिया करते थे जिसकी वजह से उन्हें कभी नंबर प्लेट का इस्तेमाल भी नहीं करना पड़ा.
इस कानून की वजह से वह कभी पुलिस या प्रशासन के झमेले में नहीं आए. हालांकि, हर किसी के लिए यह कर पाना नामुमकिन है क्योंकि स्टीव जॉब्स के पास इतना पैसा था कि वह कभी भी कार बदल सकते थे. हर कोई ऐसा नहीं कर सकता.
यह भी एक वजह बताई गई एक और वजह बताई गई है. स्टीव जॉब्स कई बार नई कार नहीं खरीदते थे बल्कि किसी कंपनी से नई को 6 महीने के लिए लीज पर ले लेते थे.
अमेरिका में लीज पर कार देने का चलन खूब है. इससे कंपनियों की अच्छी कमाई हो जाती है और वाहन चालक को पूरी कार भी नहीं खरीदनी पड़ती.
हालांकि, भारत में आप यह गलती न करें तो ही बेहतर. यहां के कानून में आपको किसी भी तरह की छूट नहीं दी जाती और आप ऐसा करते हैं तो भारी जुर्माने का प्रावधान है.