लंदन की एक महिला चलती फिरती रोबोट बन गई है.
महिला ने ट्रेन हादसे में एक हाथ और एक पैर खो दिया था, पर अब वह एक नई एआई बायोनिक भुजा यानी AI संचालित हाथ का इस्तेमाल कर रही है.
ऑर्टीफिशियल इंटेलिजेंस से ही उसके हाथ को कमांड मिल रहा और वह अपने दिमाग को पढ़ सकती है. ऐसा दुनिया में पहली बार हो रहा है
उत्तरी लंदन की रहने वाली सारा डे लागार्डे पिछले सितंबर में काम से घर जा रही थी जब रेलवे स्टेशन पर अपना संतुलन खो बैठी और ट्रेन व प्लेटफॉर्म के बीच खाई में जा गिरीं.
ट्रेन की चपेट में आने से उनका दाहिना हाथ और पैर दोनों कुचल गए.
खींचकर उन्हें बाहर निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया.
डॉक्टरों ने उनके हाथ और पैर काट दिए. बिना हाथ पैरों के रहना कितना मुश्किल है,
यह सब समझ सकते हैं. मगर सारा हार नहीं मानीं. उन्होंने विकल्प तलाशने शुरू किया.
तभी वैज्ञानिकों ने एक रास्ता सुझाया और कहा कि नई बायोनिक भुजा बना दी जाए तो वह पहले की तरह काम कर पाएंगी