धनाढ़्य लोगों ने पिछले साल अपनी कुल निवेश योग्य संपत्ति (Investment in Gold) का छह प्रतिशत हिस्सा सोने में लगाया. संपत्ति सलाहकार नाइट फ्रैंक इंडिया ने यह जानकारी दी. अत्यधिक धनी लोगों (यूएचएनडब्ल्यूआई) ने 2022 में सोने में वैश्विक स्तर पर औसतन तीन प्रतिशत और एशिया प्रशांत क्षेत्र में चार प्रतिशत निवेश किया.
बयान में कहा गया, ”नाइट फ्रैंक के सर्वेक्षण के अनुसार, भारत (India) के अत्यधिक धनी लोगों ने 2022 में कुल निवेश योग्य संपत्ति का छह प्रतिशत हिस्सा सोने में लगाया.” इस सूची में आठ प्रतिशत हिस्से के साथ ऑस्ट्रेलिया (Australia) पहले स्थान पर रहा. इसके बाद छह प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ भारत और चीन (China) संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहे.
नाइट फ्रैंक ने कहा कि भारत के अत्यधिक धनी लोगों के निवेश में 2018 में सोने की हिस्सेदारी चार प्रतिशत थी, जो 2022 में बढ़कर छह प्रतिशत हो गई. सोने से अच्छे प्रतिफल की उम्मीद में निवेश बढ़ा. सोने ने पिछले पांच वर्षों (वित्त वर्ष 2018-19 से 2022-23 तक) में 69 प्रतिशत का शानदार रिटर्न (Better Return in Gold) दिया है. महामारी के कारण ब्याज दर घटने और दुनिया भर में केंद्रीय बैंकों द्वारा नकदी बढ़ाने से सोना महंगा हुआ.
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में अनिश्चितता को देखते हुए उपभोक्ता ऐसी परिसंपत्तियों पर जोर दे रहे हैं, जो टिकाऊ हों और महंगाई के खिलाफ उन्हें राहत दे सकें.